Chala Jata Hoon (Kishore Kumar)

चला जाता हूँ किसीके धुन मैं धड़कते दिल के तराने लिए
चला जाता हूँ किसीके धुन मैं धड़कते दिल के तराने लिए
मिलन की मस्ती भरी आँखों मैं हजारों सपने सुहाने लिए
हो ओ .......
चला जाता हूँ किसीके धुन मैं धड़कते दिल के तराने लिए

ये मस्ती के नज़ारे हैं तो ऐसे मैं समलना कैसा मेरी कसम
जो लहेरती डगरिया हो तो फिर क्यूँ ना चलू मैं बेहेका बेहेका रे
मेरे जीवन मैं ये शाम आईं हैं मोहोब्बत वाले ज़माने लिए
 हो ओ .......
 चला जाता हूँ किसीके धुन मैं धड़कते दिल के तराने लिए

वोह आलमभी अजब होगा वोह जब मेरे करीब अयीगी मेरी कसम
कभी बैयाँ छुरा लेगी कभी हसके गले से लग जाएगी हाय
मेरी बाँहों मैं मचल जाएगी वोह सच्चे झूटे बहाने लिए
 हो ओ .......
 चला जाता हूँ किसीके धुन मैं धड़कते दिल के तराने लिए


बहरे मैं नजारों मैं नजर डालू तो ऐसा लागे मेरी कसम
वोह नेनो मैं भरे काजल घूँघट खोले खरी हैं मेरे आगे रे
शरमसे वोह झल झुकी पलकोंमें जावा रातोके फ़साने लिए
हो ओ .......
चला जाता हूँ किसीके धुन मैं धड़कते दिल के तराने लिए
मिलन की मस्ती भरी आँखों मैं हजारों सपने सुहाने लिए
हो ओ .......
चला जाता हूँ किसीके धुन मैं धड़कते दिल के तराने लिए

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